सेवा साधन है , साध्य नही - शिवलहरी

सेवा साधन है , साध्य नही - शिवलहरी

19 / सितम्बर / उदयपुर / सेवा का उद्देश्य समाज को समर्थ बनाना है । भारतीय संस्कृति् की पृष्ठभूमि मानव की कल्याण भावना पर निहित है , वास्तव में परोपकार के समान दूसरा कोई धर्म और पुण्य नही , सेवा तो साधन है ,साध्य नही । साध्य है , समरस समाज , सामाजिक समरसता ओर सामाजिक कुरीतियों का निवारण कर सबल व समृद्ध राष्ट्र का निर्माण करना है । उक्त विचार शिवलहरी जी , क्षेत्र सेवा प्रमुख , रा .स्व . संघ . राजस्थान ने सेवा भारती चिकित्सालय में आयोजित सेवा गणेश पूजन समारोह व तृतीय चरण के निर्माण कार्य के शुभारम्भ के अवसर पर व्यक्त किये । शिवलहरी जी ने कहा कि जो निर्बल है ,असहाय है उनकी सेवा करना ही हम सबके लिएसच्ची सेवा है ।

इस अवसर पर सेवा भारती चिकित्सालय व रोटरी क्लब की ओर से निःशुल्क चिकित्सा शिविर भी लगाया गया , जिसमे 187 रोगियों का एकुपंचर चिकित्सा पद्धति से रोग का उपचार किया गया ।


शिविर का शुभारंभ वल्लभ नगर विधायक रणधीर सिंह जी भींडर ने किया । विधायक ने अपने मद से 10 लाख रुपए सेवा भारती चिकित्सालय को देने की घोषणा की । विधायक भींडर ने कहा कि सेवा भारती चिकित्सालय द्ववारा की जा रही सेवा अनुकरणीय है ।

चिकित्सालय के प्रबन्ध निदेशक यशवन्त पालीवाल ने कहा कि चिकित्सालय में यह 178 वा निःशुल्क शिविर है , इसमे अब तक 1 लाख से अधिक रोगियों की जांच व उपचार किया गया । इस अवसर पर विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मनारायण जोशी ने कहा कि सेवा भारती चिकित्सालय आने वाले समय मे गरीबो के लिए वरदान सिद्ध होगा । सेवा भारती चिकित्सालय द्ववारा चलाये जा रहे सेवा कार्यो के माध्यम से समाज मे सामाजिक परिवर्तन हुआ है ,चेतना जाग्रत हुई है व सामाजिक कुरीतियों में भी कमी दिखाई देती है । इस अवसर पर संघ व विविध सगठनों के पदाधिकारी , रोटरी के ओ पी सहलोत , राकेश माहेश्वरी , प्रदीप कुमावत , महेन्द्र जी , नरेंद्र कुम्भट, चिकित्सालय से डॉक्टर्स ,दानदाता , शुभचिंतक, सहित 168 महानुभावो ने पूजन व आरती में भाग लिया । शिवनारायण नायक , सेवा भारती चिकित्सालय ,उदयपुर